Duniya Ki Sabse Takatvar Khufiya Agency : दुनिया के सभी देशों में दुश्मनों से ,आंतरिक और बाहरी खतरों से सुरक्षा के लिए खुफिया एजेंसी ( Intelligence Agencies ) लगी होती है । गुप्त रूप से दुश्मन के इरादे का पता लगाना और पकड़ना इनका काम होता है । खुफिया एजेंसी के काम करने का तरीका अलग होता है । ये सीक्रेट तरीके से अपना काम करती है और किसी को भनक भी नहीं लगता है । दुनिया में कुछ प्रमुख सबसे ताकतवर खुफिया एजेंसी है । जिनके कारनामे को दुनिया भी सलाम करती है ।
किसी भी देश की खुफिया एजेंसियां देश की सैन्य सुरक्षा , विदेश नीति और दूसरे देशों से होने वाले रणनीति या साजिश की सही जानकारी इकट्ठा करती है और उसको उजागर करती है । आतंकवादी गतिविधियों से लेकर साइबर क्राइम तक की सूचना सरकार को सौंपती है । इन एजेंसियों की नजर हर समय ऐसी गतिविधियों पर पड़ी रहती है जहां देश की सुरक्षा के लिए खतरे की संभावना होती है ।
दुनिया की सबसे ताकतवर खुफिया एजेंसी
1 -सीआईए ( सेंट्रल इंटेलिजेंस एजेंसी )
अमेरिका की सीआईए दुनिया की सबसे ताकतवर खुफिया एजेंसी मानी जाती है । इसकी स्थापना सन् 1947 में वर्जिनिया में किया गया था। सीआईए के एजेंट को कुशल और उन्नत तकनीकी की ट्रेनिंग दी जाती है । जिससे ये सबसे खतरनाक मिशन को भी आसानी से सफल बना लेते है । इनका काम विदेशी खुफिया जानकारी को इकट्ठा करना , साइबर सुरक्षा और आतंकवाद रोकथाम जैसे गुप्त अभियान पर काम करना होता है ।सीआईए के एजेंट अपना टारगेट चुनने के बाद , अपने मिशन को सफल बनाने के लिए उस मिशन पर वर्षों तक खुफिया तरीके से काम करते रहते है और जानकारियां इकट्ठा करते है । इस खुफिया एजेंसी ने बहुत से मिशन पर काम किया है और सफलता हासिल किया है । चाहे वो ऑपरेशन नेप्च्यून स्पीयर जिसमें ओसामा बिन लादेन का पता लगाकर मारना या ईरान में ऑपरेशन अजाक्स जैसे मिशन को पूरा कर दुनिया में अपना डंका बजवाया है ।
2 - मोसाद
मोसाद , इजरायल की की बेहद ही ताकतवर खुफिया एजेंसी है । मोसाद की स्थापना तेल अबीब में 13 दिसंबर 1949 में किया गया था । यह सुरक्षा एजेंसी विदेशों से खुफिया जानकारी इकट्ठा करना , खुफिया मिशन और स्पेशल ऑपरेशंस चलाकर बहुत ही सटीकता से अपने दुश्मनों का पता लगाती है ।मोसाद के एजेंट दुनिया भर में फैले हुए है । और जो अपने राष्ट्रहित के लिए किसी भी आतंकवादी गतिविधिया हो या जिससे देश की आर्थिक , मानवता पर खतरे को अपने स्ट्रांग नेटवर्क से पता लगा लेते है और उसे फेल कर देते है ।
यह खुफिया एजेंसी तकनीकी रूप से इतना माहिर है कि दुश्मनों की कितना भी सटीक और खुफिया चाल हो , मोसाद के पकड़ में आ जाते है और उन्हें यह खत्म कर देती है । मोसाद खुफिया एजेंसी ने कई बड़े ऑपरेशन को सटीक रणनीति से अंजाम दिया है जिसमें ऑपरेशन थंडरबोल्ट, ऑपरेट ब्रदर तथा ऑपरेशन डायमंड मुख्य है । अभी हाल की कुछ सालों में लेबनान और सीरिया में पेजर व वॉकी-टॉकी अटैक करके मोसाद ने दुनिया को दिखा दिया कि , वह अपने दुश्मन को कभी भी और किसी भी देश में , किसी भी तरह खत्म कर सकता है ।
3 - एमआई - 6 ( मिलिट्री इंटेलिजेंस सेक्शन )
एमआई - 6 यूनाइटेड किंगडम की सबसे ताकतवर और दुनिया की सबसे पुरानी खुफिया एजेंसी है । जिसकी स्थापना 1909 में लंदन में किया गया था । जिसे सीक्रेट इंटेलिजेंस सर्विस (SIS) के नाम से भी जाना जाता है । यह खुफिया संस्था साइबर हमला , आतंकी गतिविधियों को रोकना तथा विदेशों से खुफिया जानकारी निकलना और ब्रिटेन सरकार को सौंपना इनका काम होता है ।ब्रिटिश खुफिया एजेंसी ज्यादातर अपने मित्र देश के साथ मिलकर काम करती है । सन् 1946 में अमेरिका और ब्रिटेन का एक समझौता हुआ , जिसमें दोनों देश साथ मिलकर वैश्विक सुरक्षा , सिग्नल इंटेलिजेंस तथा और भी गोपनीय जानकारी आपस में साझा करेंगे ।
अब ब्रिटिश इंटेलीजेंस एजेंसी फाइव आईज़ अलायंस (Five Eyes Alliance) के साथ काम कर रही है । जिसमें अमेरिका , यूके , न्यूजीलैंड , ऑस्ट्रेलिया और कनाडा है ।
एमआई 6 के बारे कहा जाता है कि, यह ब्रिटेन की वही खुफिया एजेंसी है । जो सन् 1976 में मोसाद के साथ में मिलकर युगांडा के एंतेबे हवाई अड्डे पर , आतंकवादियों द्वारा बंधक बनाए गए इजरायल बंधकों को छुड़ाने के लिए ऑपरेशन में सहायता किया था । हालांकि इसकी आधिकारिक रूप से , कोई प्रत्यक्ष पुष्टि नहीं हुई है कि एमआई ने इस ऑपरेशन में मोसाद की सहायता की थी ।
4 - रॉ ( रिसर्च एंड एनालिसिसि विंग )
रॉ ( raw ) भारत की प्रमुख खुफिया एजेंसी है । रॉ की स्थापना सन् 1968 के दरम्यान किया गया था जिसका मुख्यालय नई दिल्ली में है।दुनिया की सबसे ताकतवर खुफिया एजेंसी में से एक रॉ इंटेलीजेंस एजेंसी का काम , बाहरी देशों से खुफिया जानकारी निकालना, अपने देश की खुफिया जानकारी को बाहर जाने से रोकना , बाह्य देशों द्वारा बनने वाली रणनीतियां और गतिविधियों पर नजर रखना तथा आतंकवाद रोकथाम जैसे काम भारत की रॉ एजेंसियां करती है ।
रॉ अधिकारियों की एक स्पेशल ट्रेनिंग होती है । जिन्हें किसी देश में मिशन के दौरान किस तरह से घुसपैठ करना , बचाव करना , खुफिया जानकारी निकलवाना और किस तरह अपना मिशन पूरा करना है के साथ साथ अन्य कठिन पैंतरा भी सिखाया जाता है ।
रॉ ने देश हित में बहुत से काम किए है जिनमें ऑपरेशन चाणक्य , ऑपरेशन कैक्टस , ऑपरेशन मेघदूत तथा 1971 में बांग्लादेश के निर्माण में रॉ की अहम भूमिका थी ।
5 - एफएसबी ( फेडरल सिक्योरिटी सर्विस )
एफएसबी रूस और दुनिया की सबसे ताकतवर एजेंसी में से एक है । इसकी स्थापना मास्को में सन् 1995 किया गया था । रूस की इस सीक्रेट एजेंसी को पहले केजीबी के नाम से जाना जाता था जिसे बदलकर कर एफएसबी नाम दिया गया । यह विदेशी खुफिया निगरानी के साथ साथ अपने देश के घरेलू , आर्थिक और राजनेताओं की भी देखभाल करती है । शत्रु देश में घुसकर वहां स्पेशल टेक्नीक से खुफिया जानकारी इकट्ठा करना होता है ।आपको बता दे कि यह एजेंसी सीमा सुरक्षा से लेकर समुद्री तट और अपने प्राकृतिक संसाधनों की भी देखभाल करती है ।
रूसिया खुफिया एजेंसी पर कई विवादास्पद आरोप भी लगे है कि, एफएसबी अधिकारी विदेशों में घुसपैठ कर वहां के गुप्त जानकारियां को निकलना , जासूसी करना तथा किसी भी तरह से वहां की नीतियों को विफल कराना होता है । एफएसबी के अधिकारी अपने काम में इतने एक्सपर्ट होते है किसी को जानकारी भी नहीं होता है कि किसने और कैसे किया है ।
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